बाइक के सामने आया घोड़ारोज, 7 साल के मासूम की मौत,हाईटेंशन की चपेट में आया बालक

उज्जैन। प्लेटफार्म 8 पर सोमवार को बड़ा हादसा हो गया, पंतग निकालने प्लेटफार्म के शेड़ पर चढ़ा 10 साल का बालक हाईटेंशन की चपेट में आ गया। 50 प्रतिशत झुलसने पर उसे चरक अस्पताल के बर्न युनिट में भर्ती किया गया है।
आरपीएफ उपनिरीक्षक यशपालसिंह ने बताया कि प्लेटफार्म 8 पर ड्युटी कर रहे प्रधान आरक्षक मुकेश कुमार ने सूचना देकर बताया कि ओएचई लाइन की चपेट में आने से बालक बुरी तरह झुलस गया है। तत्काल मौके पर पहुंच बालक को उपचार के लिये चरक अस्पताल पहुंचाया गया। जानकारी लेने पर सामने आया कि बालक अमित पिता तेजू 10 साल जबरन कालोनी का रहने वाला है।  वह दादा सुखराम 60 साल के साथ बकरी चराने के लिये पटरियों के किनारे प्लेटफार्म नम्बर 8 के पास नागदा की ओर जाने वाले ट्रेक पर आया था। बकरी चराने के दौरान बालक ने पतंग कटकर आती देखी, जो प्लेटफार्म के शेड़ पर जाकर अटक गई थी। बालक पतंग निकालने के लिये समीप खंबे से शेड़ पर चढ़ गया और हाईटेंशन लाइन की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया। चरक अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि बालक 45 से 50 प्रतिशत झुलसा है, जिसका उपचार बर्न यूनिट में चल रहा है। मामले की सूचना जीआरपी को दी गई है। मकर संक्रांति का पर्व आने से पहले पतंगबाजी शुरू हो चुकी है। रेलवे लाइन के पास गदापुलिया से जयसिंहपुरा के बीच बच्चों द्वारा दिनभर पंतगबाजी की जाती है और लूटने के लिये दौड़ लगाई जाती है। बच्चे पटरियों के बीच दौड़ते दिखाई देते है। जिसके चलते हादसों का खतरा बना रहता है।
घोड़ारोज (नीलगाय) से सोमवार दोपहर एक फिर बड़ा हादसा हो गया। बाइक के सामने आये घोडारोज के चलते 7 साल के मासूम की मौत हो गई, पिता और नानी घायल हो गये।
महिदपुर रोड के ग्राम कसारी में रहने वाले दमदारा परिवार में शामिल जितेन्द्र दमदारा, अपनी पत्नी अनिता, पुत्र सचिन के साथ ग्राम केसरपुर निपानिया पत्नी के मायके गमी के कार्यक्रम में आया था। रविवार को कार्यक्रम के बाद परिवार एक दिन के लिये रूक गया। सोमवार दोपहर को जितेन्द्र, उसकी पत्नी, पुत्र सचिन और नानी सास लीलबाई पति नानूराम 65 साल के साथ बाइक से वापस  घर कसारी लौटने के लिये निकला। आगररोड पर जैथल से आगे सत्रहा मिल मार्ग नाकोड़ा पेट्रोल पंप में सामने अचानक बाइक के सामने दौड़ता हुआ घोड़ारोज आ गया। हादसे में बाइक पर सवार पूरा परिवार गिर गया। जितेन्द्र, सचिन और लीलाबाई गंभीर घायल हुए। तत्काल लोगों की मदद से एम्बुलेंस बुलाई गई और सभी को चरक अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद सात साल के बालक सचिन को मृत घोषित कर दिया। जितेन्द्र और लीलाबाई को उपचार के लिये भर्ती किया गया। मामले की सूचना ड्युटी कम्पाउंडर ने अस्पताल पुलिस चौकी पर दी। चौकी पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर बालक सचिन का पोस्टमार्टम कराया है। परिवार बालक के साथ घायल पिता और लीलाबाई की अस्पताल से छुट्टी कराकर ग्राम कसारी ले गये है। हादसे में मृत मासूम की मां को मामूली चोंट लगी है। घोड़ारोज (नीलगाय) की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के मार्गो और हाइवे पर आये दिन हादसे होना सामने आ रहे है। पूर्व में भी मौत होने के साथ कई लोगों के घायल होने की खबरे सामने आ चुकी है। कुछ दिनों पहले वन विभाग की टीम ने घोड़ारोज को पकड़ने का अभियान चलाया था और शाजापुर क्षेत्र से दर्जनों नीलगाय को पकड़ा गया था।

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